खुशियां बस यूं ही कायम रहें…..

रात की थकान से ग्रसित आंखों में नींद की खुमारी लिये सुबह उठते ही वो दौड़ती है रसोई की ओर खुले बालों का बनाते हुए हाथों से जूड़ा भागती है बेतरतीब सी इधर से उधर बिखरे घर को संभालते संभालते भूल जाती है खुद को सम्हालना फिर भी पाती है पूरे घर से सिर्फ झिड़की … Continue reading खुशियां बस यूं ही कायम रहें…..